Logo

  •  support@imusti.com

Tisara Sukh Tatha Anya Kahaniyan (तीसरा सुख तथा अन्य कहानियाँ)

Price: ₹ 300.00

Condition: New

Isbn: 9788177212327

Publisher: Prabhat Prakashan

Binding: Hardcover

Language: Hindi

Genre: Novels And Short Stories,

Publishing Date / Year: 2016

No of Pages: 224

Weight: 380 Gram

Total Price: 300.00

    0       VIEW CART

"अंधा देख नहीं सकता| वह अंदर बढ़ गई, तब भी उसने नहीं देखा| जब उसने काँपते हुए हाथों से दरवाजा बंद कर दिया, तब चिल्लाया था-‘‘कौन है?’’ ‘‘मैं हूँ, लछमी भिखारिन...’’ एकाएक उसके मुँह से निकल पड़ा था और वह चौंकी थी| ‘‘कहाँ भीख माँगती थी? आज तक तो दिखी नहीं...’’ तो क्या यह अंधा देखता भी है? ‘‘नई-नई आई है क्या इस शहर में?’’ ‘‘हाँ...आँ!’’ उसकी आवाज कितनी बदल गई थी! उस शख्स के लिए भी तो वह बिलकुल नई-नई थी| ‘‘कोई बच्चा-वच्चा भी है?’’ ‘‘ऊँ हूँ...अभी तो मेरी शादी ही नहीं हुई है|...’’ ‘‘उमर क्या होगी तेरी?’’ -इसी संग्रह से हिंदी के बहुचर्चित कहानीकार शैलेश मटियानीजी ने इन कहानियों में पूँजीवादी समाज-व्यवस्था के शिकार शोषितों-पीडि़तों के दु:ख-दर्द को जीवंत एवं कारगर तरीके से उजागर किया है| अत्यंत मर्मस्पर्शी, संवेदनशीलता व पठनीयता से भरपूर कहानियाँ|