₹200.00
MRPPrint Length
151 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2013
ISBN
9789350485200
Weight
295 Gram
आज के समाज में तनावयुक्त संबंधों के चलते दुनिया में तलाक के मामले बढ़ रहे हैं| संयुक्त परिवार के स्थान पर एकल परिवार बढ़ रहे हैं, तो तज्जन्य समस्याएँ भी बढ़ रही हैं| ऐसे में हमें परिवार का महत्त्व समझ आने लगा है|
हमारे परिवारजन ही हमारे सच्चे मित्र हैं| हम जिस तरह से अपने परिवार के साथ समय बिताते हैं, अपने बच्चों की मानसिक सेहत का खयाल रखते हैं, गलती करने पर बच्चों को सजा देते हैं, यह सब रिश्तों की अहमियत ही तो बखान करते हैं| परिवार के साथ मजबूत रिश्ते से हमारा जीवन सुखी और परिपूर्ण होता है| हमारे जन्म का उद्देश्य इसी पूर्णता को हासिल करना ही तो है| इस यात्रा में परिवार ही पहले और टॉप गीयर का काम करता है|
ऐसा सुखी परिवार, जिसमें सब सदस्यों का परस्पर सम्मान और स्नेह हो, की कल्पना को साकार करनेवाले फंडों की प्रेरक पुस्तक|
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