कल्पना और सपनों की दुनिया में घूमती, विचरती युवती मनोभूमि से कर्मभूमि में उतरती है| उसका विवाह होता है| इस कर्मभूमि में उस पर आँधी-पर-आँधी, तूफान-पर-तूफान आये| कर्मभूमि तपोभूमि बन गई| यहाँ से नारी का प्रवेश त्यागभूमि में होता है| चम्पई साड़ी का लाम्बा लहराता पल्ला पति के साथ देहरी को लाँघकर घर में प्रविष्ट हुआ| यहाँ पर पल्ले से सिर ढक लिया गया| हलदी रंग की साड़ी में कत्थई रंग का चौड़ा पाट हो गया| साड़ी के रंग मारवाड़ के गुलाबी, नारंगी, सिंदूरी और लाल रंग हो गए| पल्ले से जो सिर ढका गया तो वह फिर ढका ही रहा|
Neerajna (नीराजना)
Price:
₹
300.00
Condition: New
Isbn: 817315614X
Publisher: Prabhat Prakashan
Binding: Hardcover
Language: Hindi
Genre: Novels And Short Stories,
Publishing Date / Year: 2010
No of Pages: 289
Weight: 720 Gram
Total Price: ₹ 300.00
Reviews
There are no reviews yet.