₹200.00
MRPGenre
Indian Writing
Print Length
143 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2013
ISBN
9789382898436
Weight
290 Gram
काँटेदार कलुष राजनीति के गलियारों में एक संवेदनशील आदर्शवादी प्रधानमंत्री, यदि साथ में अच्छे लोग भी पा जाए तो भारत का दुर्भाग्य कैसे सौभाग्य बन जाता, इसी सोच की यह कथा है| यह पुस्तक कुछ बड़े विवादास्पद प्रश्न उठाती है और भ्रष्ट प्रशासन से टूटे मन पर ओषधि का काम करती है| राष्ट्र के प्रति निष्ठ नागरिक, प्रशासन मंडली और शिव संकल्पमस्तु नेतृत्व यदि भारत को मिल जाते तो इसे अग्रगण्य होकर विश्व का नेतृत्व करने से भला कौन रोक पाता| यह पुस्तक यही विचारती है कि आदर्शवादी राजनीतिज्ञ, रणनीतिज्ञ और विजयी होना कदाचित् कठिन नहीं, यदि राष्ट्र और नागरिक हित सर्वोपरि हो| सब शिव संकल्पमास्तु हो|
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