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Dwandwa / Tarpan (द्वंद्व / तर्पण)

Price: ₹ 300.00

Condition: New

Isbn: 8173154082

Publisher: Prabhat Prakashan

Binding: Hardcover

Language: Hindi

Genre: Novels And Short Stories,

Publishing Date / Year: 2011

No of Pages: 167

Weight: 280 Gram

Total Price: 300.00

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गौतम गुरुजी अम्मा को पहुँचाने गली के मोड़ तक आए थे| रिक्शे पर बैठाते हुए उन्होंने हठात् उनके पाँव छू लिये थे| ‘‘सौ बरस जियो, बहुत बड़े विद्वान् बनो, बेटा...!’’ उसने रास्ते में ही अम्मा को आड़े हाथों लेना चाहा था, ‘‘क्या अम्मा, तुम भी...आज गलती से भंगवाली बर्फी का प्रसाद तो नहीं पा गईं...? अपने गाँव-घर का पोथा-पुरान बखानने की क्या जरूरत थी, वह भी उनके सामने....’’ थोड़ी देर की चुप्पी के बाद धीरे से बोल उठी थीं, ‘‘गौतम दूसरों जैसा नहीं है, बचिया, मेरा विश्वास है उस पर...’’ वह हैरान सी अम्मा का चेहरा देऌखती रह गई थी, ‘‘इसके पहले तो तुमने कभी उन्हें देऌखा भी नहीं अम्मा...फिर भी कैसे तुम...’’ -इसी संग्रह से