₹450.00
MRPGenre
Other
Print Length
296 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2010
ISBN
9789351866428
Weight
520 Gram
आदिकाल से युद्धों ने अनेक ऐसी प्रौद्योगिकियों को जन्म देने में विशेष भूमिका निभाई है, जो सभ्यता के विकास में भी महत्त्वपूर्ण रही हैं| उन्नीसवीं शताब्दी में हुई औद्योगिक क्रांति से सैन्य प्रौद्योगिकी में मूलभूत परिवतन आए थे, जो कंप्यूटर के विकास के साथ अब त्वरित गति से बदल रही है| 1991 में हुए खाड़ी युद्ध ने इस परिवर्तित प्रौद्योगिकी के आयुधों द्वारा भविष्य के युद्धों' की एक झाँकी प्रस्तुत की है| उच्च प्रौद्योगिकी के कारण ही हम सब इस युद्ध को अपने ड्राइंगरूम से देख सके हैं| यह पुस्तक रक्षाविदों, रक्षा विज्ञान के विद्यार्थियों एवं अध्यापकों के लिए तो उपयोगी है ही, साथ ही जनसाधारण तथा भविष्य की पीढ़ियों को परिवर्तित होती इस युद्ध प्रौद्योगिकी की जानकारी देने में भी सहायक सिद्ध होगी|
0
out of 5