₹125.00
MRPGenre
Print Length
112 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2013
ISBN
9789350484418
Weight
165 Gram
कहा गया है-सपने ही सच होते हैं, कल्पनाएँ ही मूर्त रूप लेती हैं| दरअसल, सपने असल जिंदगी की वे योजनाएँ हैं, जिन्हें हम साकार करना चाहते हैं| आप समझ सकते हैं, योजनाएँ बनाना और सपने देखना जितना सरल हो सकता है, लेकिन उन्हें वास्तविक धरातल पर उतारने के लिए हमें अथक प्रयास करने होंगे|आपने जो सपना देखा है, वह मूर्त रूप कैसे ले, उसके लिए क्या, क्यों और कैसे किया जाए-
प्रस्तुत पुस्तक यह सब परत-दर-परत बताती है और आपके सपनों को सच करने के व्यावहारिक सूत्र बड़ी रोचक शैली में प्रस्तुत करती है|आप खूब सपने देखें, क्योंकि उन्हें सच करने का उपकरण-यह पुस्तक-आपके हाथों में है|
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