₹200.00
MRPGenre
Novels And Short Stories
Print Length
104 pages
Language
Hindi
Publisher
Prabhat Prakashan
Publication date
1 January 2014
ISBN
9789350484463
Weight
155 Gram
अगर आपको ज्यादा-से-ज्यादा काम सौंपा जाता है तो यकीन मानिए, आप एक जिम्मेदार व्यक्ति हैं, क्योंकि जिम्मेदारी उसी को मिलती है, जो उन्हें निभा सकता है| जिम्मेदारियों को अगर आप बोझ की तरह लेंगे तो ये आपको तोड़कर रख देंगी| इनसे मुँह मोड़ना आपको असफलताओं के गर्त में धकेल देगा| जिम्मेदारियाँ मनुष्य के जन्म लेते ही उसके साथ जुड़ जाती हैं| परिवार, समाज और देश जिम्मेदारियों के सही निर्वहण से ही चल सकता है| एक की जिम्मेदारी दूसरे की ताकत और सफलता बनती है| दूसरे की जिम्मेदारी तीसरे की सफलता और ताकत बनती है| इस तरह यह श्रंखलाबद्ध ढंग से सफलता की सीढ़ियों का निर्माण करती है, जिन पर चढ़कर व्यक्ति, समाज और देश तरक्की करते हैं| अतः एक की जिम्मेदारी दूसरे से जुड़ी है और सबकी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहण ही व्यक्तिगत और सामूहिक सफलता की गारंटी है| जिम्मेदार व्यक्ति ही महान् बनते हैं और जिम्मेदारियाँ ही व्यक्ति को महान् बनाती हैं| आप भी निश्चित ही महान् बनना चाहेंगे-प्रस्तुत पुस्तक आपका इसी दिशा में मार्गदर्शन करेगी|
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