₹50.00
MRPGenre
Print Length
98 pages
Language
Hindi
Publisher
Rajpal and sons
Publication date
1 January 2015
ISBN
9788170284451
Weight
60 Gram
शुभ प्रस्तावना के रूप मे, मैकबेथ जैसी महान नाट्यवस्तु और गंभीर रंग कार्य में दो सच्चाइयां मानी गई है-तभी वह शेक्सपियर का मैकबेथ हुआ है । मैकबेथ, अपने नायकत्व की गरिमा से गिरने से पूर्व 'एक सत्य हरिश्चन्द्र' नाटक के विशेष संदर्भ में वे दो सच्चाइयां इस तरह है। निश्चय ही 'एक सत्य हरिरचंद्र' की रचना कर, यात्रा नाटककार लक्ष्मीनारायण लाल ने की । पर उनके साथ इस नाटक के युवा निर्देशक एम.के. रैना भी पहुंचे । एक की यात्रा लम्बी थी । दूसरे ने जल्दी की। नाट्यरचना की यात्रा, उसकी मंजिलों और हकीकतों को ध्यान में रखते हुए हमें नि:संकोच कहना है कि लाल का यह नाटक उनकी एक ऐसा उपलब्धि है, जिसपर 'मेजर' विशिष्ट रचना की मुहर लगती है । दूसरी सच्चद्रई यह कि नाटककार लाल की नाटयानुभूति और रंगमंच को अभिनेता-निर्देशक रैना ने समान रूप से मंच पर अनुभूत किया ।
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