शुभ प्रस्तावना के रूप मे, मैकबेथ जैसी महान नाट्यवस्तु और गंभीर रंग कार्य में दो सच्चाइयां मानी गई है-तभी वह शेक्सपियर का मैकबेथ हुआ है । मैकबेथ, अपने नायकत्व की गरिमा से गिरने से पूर्व 'एक सत्य हरिश्चन्द्र' नाटक के विशेष संदर्भ में वे दो सच्चाइयां इस तरह है। निश्चय ही 'एक सत्य हरिरचंद्र' की रचना कर, यात्रा नाटककार लक्ष्मीनारायण लाल ने की । पर उनके साथ इस नाटक के युवा निर्देशक एम.के. रैना भी पहुंचे । एक की यात्रा लम्बी थी । दूसरे ने जल्दी की। नाट्यरचना की यात्रा, उसकी मंजिलों और हकीकतों को ध्यान में रखते हुए हमें नि:संकोच कहना है कि लाल का यह नाटक उनकी एक ऐसा उपलब्धि है, जिसपर 'मेजर' विशिष्ट रचना की मुहर लगती है । दूसरी सच्चद्रई यह कि नाटककार लाल की नाटयानुभूति और रंगमंच को अभिनेता-निर्देशक रैना ने समान रूप से मंच पर अनुभूत किया ।
Ek Satya Harishchandra (एक सत्य हरिश्चन्द्र)
Price:
₹
50.00
Condition: New
Isbn: 9788170284451
Publisher: Rajpal and sons
Binding: Paperback
Language: Hindi
Genre: Drama,Novels & Short Stories,
Publishing Date / Year: 2015
No of Pages: 98
Weight: 60 Gram
Total Price: ₹ 50.00
Reviews
There are no reviews yet.