₹325.00
MRPGenre
Novels & Short Stories, Anthologies & Collections
Print Length
184 pages
Language
Hindi
Publisher
Rajpal and sons
Publication date
1 January 2012
ISBN
9788170289128
Weight
340 Gram
डोगरी भाषा का कोई एक विशेष जन्मस्थान नहीं माना जा सकता। यह जम्मू एवं कश्मीर और पंजाब के कई इलाकों में बोली जाती हैl शायद यही कारण है कि डोगरी पर पंजाबी और उर्दू दोनों भाषाओँ का बहुत प्रभाव पड़ा और जो उसके साहित्य में भी दिखता है। ओम गोस्वामी, विष्पदुनाथ खजूरिया, शिबदेव महिम, तारा दानपुरे डोगरी के जाने-माने नाम हैं। उनकी और अन्य डोगरी लेखकों को चुनी हुई कहानियां इस पुस्तक में संकलित हैं, जिनका चुनाव हिन्दी के प्रसिद्ध साहित्यकार कमलेश्वर ने किया है और साथ ही एक विस्तृत भूमिका भी लिखी है।
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