Dharti Ab Bhi Ghoom Rahi Hai (धरती अब भी घूम रही है)

By Vishnu Prabhakar (विष्णु प्रभाकर)

Dharti Ab Bhi Ghoom Rahi Hai (धरती अब भी घूम रही है)

By Vishnu Prabhakar (विष्णु प्रभाकर)

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Specifications

Genre

Novels & Short Stories

Print Length

160 pages

Language

Hindi

Publisher

Rajpal and sons

Publication date

1 January 2012

ISBN

9788170289999

Weight

300 Gram

Description

पद्मभूषण' से सम्मानित लेखक विष्णु प्रभाकर का यह कहानी-संकलन हिन्दी साहित्य में मील का पत्थर साबित हुआ है । इसमें लेखक ने जिन चुनिंदा सोलह कहानियों को लिया है उन की दिलचस्प बात यह से कि अपनी हर कहानी से पहले उन्होंने उस घटना का भी उल्लेख किया है जिसने उन्हें कहानी लिखने की प्रेरणा दी ।


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