₹125.00
MRPGenre
Novels & Short Stories
Print Length
128 pages
Language
Hindi
Publisher
Rajpal and sons
Publication date
1 January 2014
ISBN
9789350640524
Weight
170 Gram
हिन्दी के कथाकारों में आचार्य चतुरसेन का महत्वपूर्ण स्थान है । आचार्य जी ने मुप्रकालीन तथा ब्रिटिश इतिहास का अध्ययन विशेष रूप से किया था । तत्कालीन राजघरानों से उनका निकट का संबंध रहा था इनको आधार बनाकर उन्होंने भी रुहीं कहानियाँ तथा अनेक उपन्यास लिखे जो आज़ भी सार्थक हैं । साथ ही, सामाजिक विषयों पर उत्कृष्ट कहानियाँ भी लिखी । प्रस्तुत संकलन की कहानियों" उन्होंने स्वयं पसंद की और उन पर टिप्पणियाँ भी लिखी हैं ।
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