₹110.00
MRPGenre
Novels & Short Stories
Print Length
176 pages
Language
Hindi
Publisher
Rajpal and sons
Publication date
1 January 2013
ISBN
9788170289210
Weight
200 Gram
औरतों के प्रति रेप से बडा शायद ही कोई अपराध हो । यह हर उस समाज के मुंह पर करारा तमाचा है जो सभ्य होने का दावा करता है । पर क्या रेप केवल एक अनजान आदमी के हाथों ही होता है 7 यया रेप केवल शरीर का ही हो सकता है 7 प्रस्तुत कहानियां महित्ताओं से जुड़े कुछ ऐसे ही सवाल उठाती हैं और पाठकों को उनके उत्तर तलाशने को मजबूर कर देती हैं ।
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