₹250.00
MRPGenre
Novels & Short Stories
Print Length
284 pages
Language
Hindi
Publisher
Rajpal and sons
Publication date
1 January 2014
ISBN
9788170285700
Weight
340 Gram
विश्व-इतिहास में कभी ही कोई ऐसा व्यक्तित्व उभरता है जो समय की शिला पर अपना नाम ' अमिट कर जाता है । ऐसे ही थे मराठा योद्घा, मानवता के सिरमौर ख्याति शिवाजी । भारतीय जब विदेशियों की दासता हैं के कारण अपनी संस्कृति, अपनी अस्मिता और अपनी पहचान तक खो चुके थे, जब चारों और निराशा का अंधकार छा रहा था, तब भारत के राजनीतिक क्षितिज पर एक प्रकाश-पुंज प्रकट हुआ हैं जिसने भारत में नई चेतना,नव जागरण का संदेश फैलाया ।"पहला सूरज उन्ही महामानव, वीरवरशिवाजी की शौर्य-गाथा है अत्यंत रोचक उपन्यास के रूप में ।
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