₹135.00
MRPGenre
Print Length
292 pages
Language
Hindi
Publisher
Rajpal and sons
Publication date
1 January 2015
ISBN
9788170289838
Weight
320 Gram
इस ग्रंथ का गणना बीसवी शताब्दी के क्लासिक ग्रंथों में की जाती है-जिंन्होंने मनुष्य के जीवन और धाराओं को गहराई से प्रभावित किया । मनोविज्ञान में योन भावनाओं के प्रभाव का विचार पर व्यापक अध्ययन और लेखन हैवलाक एलिस ने किया । अनेक खण्डों में प्रकाशित उनके अध्ययन दुनिया भर में फैले और पढे गये ओंर उन सबका सार-संक्षेप उन्होंने दि ड़कॉलरेंजी आँफ सैक्स नामक ग्रंथ में किया जिसके अनुवाद हिन्दी में प्रसिद्ध लेखक और संपादक तथा स्वयं योन शिक्षा के समर्थक, मन्म यनाथ गुप्ता ने बडी लगन और योग्यता से सम्पन्न किया है । यह मूल ग्रंथ के ही समान धाराप्रवाह आर स्पष्ट है और पाठकों ने इसे बहुत पसंद किया है ।
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