₹165.00
MRPGenre
Novels & Short Stories, Memoir & Biography
Print Length
108 pages
Language
Hindi
Publisher
Rajpal and sons
Publication date
1 January 2014
ISBN
9788170288800
Weight
170 Gram
आज से करीब आठसौं वर्ष पहले जन्मे रूमी ने धर्म, देश और काल की सभी बाधाओं को लांघ कर अपनी रुबाइयों और ग़ज़लों से ऐसा सूफीवाद फैलाया कि वे संसार के सभी देशों में, विशेषकर अमेरिका में, सबसे अधिक पढे जाने वाले कवि माने जाते हैं । उनका सूफियाना कलाम सैकडों वर्षों से लोकप्रिय है । उनके शब्दों ने विभिन्न संस्कृतियों वाले पाठकों के मन को एकसमान छुआ है। आध्यात्मिक प्रेम के सहज अतिरेक और उसके वैभव से जितना स्पंदन हमेँ रूमी ने किया है, उतना और कोई नहीं कर सका है । प्रस्तुत संकलन में वे ही रचनाएँ चुनी गई हैं, जिनमें मौलिक रचनाओं का स्पंदन है तथा जो गहरे विवेक का सौन्दर्य और रसास्वादन हमें देती हैं ।
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