Swechhase Sweekar Ki Hui Garibee (स्वेच्छासे स्वीकार की हुई गरीबी)

By Mahatma Gandhi (महात्मा गांधी)

Swechhase Sweekar Ki Hui Garibee (स्वेच्छासे स्वीकार की हुई गरीबी)

By Mahatma Gandhi (महात्मा गांधी)

20.00

MRP ₹21 5% off
Shipping calculated at checkout.

Specifications

Print Length

31 pages

Language

Hindi

Publisher

Navajivan Trust

Publication date

1 January 2012

ISBN

9788172292300

Description

मेरे लेखोंका मेहनतसे अध्ययन करनेवालों और उनमें दिलचस्पी लेनेवालोंसे मैं यह कहना चाहता हूं कि मुझे हमेशा एक ही रूपमें दिखाई देनेकी कोई परवाह नहीं हे | सत्यकी अपनी खोजमें मैंने बहुतसे विचारोंको छोड़ा है और अनेक नई बातें सीखा भी हूं | उमरमें भले मैं बूढ़ा हो गया हूं, लेकिन मुझे ऐसा नहीं लगता कि मेरा विकास बन्द हो जायगा |


Ratings & Reviews

0

out of 5

  • 5 Star
    0%
  • 4 Star
    0%
  • 3 Star
    0%
  • 2 Star
    0%
  • 1 Star
    0%