₹1500.00
MRPGenre
Print Length
1700 pages
Language
Hindi
Publisher
Gita Press, Gorakhpur (गीता प्रेस, गोरखपुर)
Weight
2300 Gram
इस पुराण में परात्पर ब्रह्म शिव के कल्याणकारी स्वरूप का तात्त्विक विवेचन, रहस्य, महिमा और उपासना का विस्तृत वर्णन है। इसमें इन्हें पंचदेवों में प्रधान अनादि सिद्ध परमेश्वर के रूप में स्वीकार किया गया है। शिव-महिमा, लीला-कथाओं के अतिरिक्त इसमें पूजा-पद्धति, अनेक ज्ञानप्रद आख्यान और शिक्षाप्रद कथाओं का सुन्दर संयोजन है। यह पुस्तक मोटे टाइप में रंगीन चित्रों के साथ प्रकाशित की गयी है। { इस पुस्तक में 1088 पृष्ठ हैं जिनमें पढ़ने के लिए कथाएँ हैं। यह हार्ड बाउंड और एक खंड में है।. }
गीता प्रेस की शताब्दी के समापन समारोह के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने इस पुस्तक का विमोचन किया गया था।
0
out of 5