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Genre
Print Length
688 pages
Language
Hindi
Publisher
Gita Press
Publication date
1 January 2016
Weight
1220 Gram
इस पुराण के अधिष्ठातृ देव भगवान् विष्णु हैं। इस में भक्ति, ज्ञान, वैराग्य, सदाचार, निष्कामकर्म की महिमा के साथ यज्ञ, दान, तप तीर्थ आदि शुभ कर्मों में सर्व साधारण को प्रवृत्त करने के लिये अनेक लौकिक और पारलौकिक फलों का वर्णन किया गया है। इसके अतिरिक्त इसमें आयुर्वेद, नीतिसार आदि विषयों के वर्णन के साथ मृत जीव के अन्तिम समय में किये जानेवाले कृत्यों का विस्तार से निरूपण किया गया है। आत्मज्ञान का विवेचन भी इसका मुख्य विषय है।
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