Shrimadwalmikiy Rramayan: Sundarkandam, Steek (श्रीमद्वाल्मीकीय रामायण: सुन्दरकाण्ड, सटीक)

By Maharshi Valmiki (महर्षि वाल्मीकि)

Shrimadwalmikiy Rramayan: Sundarkandam, Steek (श्रीमद्वाल्मीकीय रामायण: सुन्दरकाण्ड, सटीक)

By Maharshi Valmiki (महर्षि वाल्मीकि)

$14.26

$14.97 5% off
Shipping calculated at checkout.

Specifications

Genre

Devotional

Print Length

250 pages

Language

Hindi

Publisher

Gita Press

Publication date

1 January 2015

Weight

650 Gram

Description

त्रेतायुग में महर्षि वाल्मीकि के श्रीमुख से साक्षात वेदों का ही श्रीमद्रामायण रूप में प्राकट्य हुआ, ऐसी आस्तिक जगत की मान्यता है। अतः श्रीमद्रामायण को वेदतुल्य प्रतिष्ठा प्राप्त है। धराधाम का आदिकाव्य होनेसे इसमें भगवान के लोकपावन चरित्र की सर्वप्रथम वाङ्मयी परिक्रमा है। इसके एक-एक श्लोक में भगवान के दिव्य गुण, सत्य, सौहार्द्र, दया, क्षमा, मृदुता, धीरता, गम्भीरता, ज्ञान, पराक्रम, प्रज्ञा-रंजकता, गुरुभक्ति, मैत्री, करुणा, शरणागत-वत्सलता जैसे अनन्त पुष्पोंकी दिव्य सुगन्ध है। प्रस्तुत पुस्तक में श्रीमद्वाल्मीकीय रामायण के सुन्दरकाण्ड का हिंदी टीका के साथ प्रकाशन किया गया है। Valmiki Ramayan is one of the world's most remarkable classics and excels all in its moral appeal. It is full of lessons for all and deserves to be read with interest and profit by all lovers of healthy literature. It is noted for its poetic excellences and is the oldest specimen of epic poetry. It stands equal in rank to the Vedas. In this book Sunder-Kand of Shrimad Valmikiya Ramayan has been published with Hindi commentary.


Ratings & Reviews

0

out of 5

  • 5 Star
    0%
  • 4 Star
    0%
  • 3 Star
    0%
  • 2 Star
    0%
  • 1 Star
    0%