महान शिक्षक जे. कृष्णामूर्ति की वार्ताओं तथा लेखन से संकलित संक्षिप्त उद्धरणों का यह क्लासिक संग्रह ध्यान के संदर्भ में उनकी शिक्षा का सार प्रस्तुत करता है-अवधान यहि, होश की वह अवस्था जो विचार से परे है, जो समस्त द्वंद्व, भय व दुख से पूति: कुंती लाती है जिनसे मनुष्य-चेतना की अंतर्वस्तु निर्मित है । इस परिवद्धित संस्करण में मूल संकलन की अपेक्षा कृष्णमूर्ति के और अधिक वचन संगृहीत है, जिनमें कुछ अब तक अप्रकाशित सामग्री भी सम्मिलित हैl
Dhyaan (ध्यान)
Price:
₹
160.00
Condition: New
Isbn: 9788170287230
Publisher: Rajpal and sons
Binding: Paperback
Language: Hindi
Genre: Spiritual,Novels & Short Stories,
Publishing Date / Year: 2015
No of Pages: 160
Weight: 205 Gram
Total Price: ₹ 160.00
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