एक सफ़रनामा, जिसमें एक नौजवान अपने गांव से चल कर देश की राजधानी तक पहुंचता है और गरीबी का जीवन जीते हुए वह प्रतिरोध की ताकत बन जाता है। फरवरी 2016 में जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार राजद्रोह के आरोप में गिरफ़्तार हुए, जेल गए और पटियाला हाउस कोर्ट में वकीलों ने उन्हें पीटा। इस संकट से वे एक युवा राजनीतिक चेहरा बन कर उभरे, जिसे बीबीसी ने भारत का एक ऐसा छात्र बताया, जिसे लोगों ने सबसे ज़्यादा प्यार भी किया और नफ़रत भी। यह उनकी कहानी है-बिहार के अपने गांव में बिताए बचपन और पटना में कालेज के दिनों से लेकर दिल्ली में राजनीति के केंद्र में आने तक की कहानी। इसे वे अपने असाधारण जीवंत और चुटीले अंदाज़ में सुनाते हैं, जो भावनाओं से भरपूर और बेबाक है। बिहार से तिहाड़ इस देश में लिखे गए सबसे असाधारण संस्मरणों में से एक है-अपने जीवन की कहानी लिखते हुए कन्हैया ने गांवों और कस्बों से आने वाले नौजवानों की उम्मीदों और सपनों को आवाज़ दी है।
Bihar Se Tihar: Meri Raajnitik Yatra (बिहार से तिहाड़)
Author: Kanhaiya Kumar (कन्हैया कुमार)
Price:
₹
275.00
Condition: New
Isbn: 9789386228024
Publisher: Rajpal and sons
Binding: Hardcover
Language: Hindi
Genre: Novels & Short Stories,Memoir & Biography,Pollitics & Current Affairs,
Publishing Date / Year: 2012
No of Pages: 268
Weight: 100 Gram
Total Price: ₹ 275.00
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