संसार में सबसे बड़े वैद्य तीन हैं- प्रकृति, समय और धैर्य | रोग एक विश्वास है | यदि इस विश्वास का पूरी तरह से त्याग किया जाए कि हम रोगी हैं तो निश्चित रूप से आप स्वस्थ होने लगेंगे | मन तो तन का राजा है | मन स्वस्थ रहेगा तो तन अपने आप स्वस्थ हो जाएगा | यदि हम दवाओं के पीछे न दौड़कर प्रकृति के अनुरूप अपने रहन-सहन तथा आचरण को रखने लगें तो रोग हमारे पास फटकेंगे ही नहीं | उपचार से परहेज बेहतर है; लेकिन यह तभी संभव है जब्र हम अपने शरीर की बनावट, विविध शारीरिक व्याधियाँ और उनके कारण, उनसे बचने के उपायों को जानते हों | तन तथा मन को कैसे स्वस्थ रखें, जीवेम शरद: शतम् की कामना करते हुए सूखपूर्वक स्वस्थ जीवन कैसे बिताएँ; इसके लिए पढ़िए-' हम स्वस्थ कैसे रहें '|
Hum Swastha Kaise Rahen? (हम स्वस्थ कैसे रहें?)
Author: K. N. Johri (डॉ. के. एन. जोहरी)
Price:
₹
175.00
Condition: New
Isbn: 8185829551
Publisher: Prabhat Prakashan
Binding: Hardcover
Language: Hindi
Genre: Self-Help,Health And Healing,Medicine And Nursing,
Publishing Date / Year: 2013
No of Pages: 137
Weight: 275 Gram
Total Price: ₹ 175.00
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